: 12 वर्ष मे न बदली सीहोर वाले पंडित मिश्रा की सरलता,सहजता और सादगी,बदला तो कथा पंडाल का स्वरूप और श्रद्धालुओं की संख्या

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Wed, Mar 22, 2023
बरमंडल मे 2011 मे 300 श्रद्धालुओं की उपस्थिति मे पंडित मिश्रा ने किया था भागवत कथा का वाचन,आज जुट रहे है लाखो श्रद्धालु

आरिफ शेख 9826586387
बरमंडल । आज भले ही पंडित प्रदीप मिश्रा अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक की श्रेणी मे आकर उनके द्वारा सुनाई जाने वाली शिव महापुराण कथा मे लाखो श्रद्धालुओं की उपस्थिती दर्शाती है की आज उनकी ख्याती क्या है। लेकिन उनमे सरलता,सहजता और सादगी के गुण आज भी वही है जो आज से ठीक 12 वर्ष पूर्व एक साधारण भागवत कथा वाचक के तौर पर थे।

24 अप्रैल 2011 बरमंडल मे सोनी रूणवाल परिवार के स्वर्गीय रमेशचंद्र सोनी के यहा पर पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा श्रीमद भागवत कथा का वाचन किया गया था। करीब 30 बाई 150 के खाली प्लाट पर महज 200 से 300 श्रद्धालुओं की उपस्थिति मे श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया गया। सहज सरल और मालवी भाषा मे प्यार भरी वाणी के साथ उनकी भागवत कथा के कई प्रसंग आज भी श्रद्धालुओं को याद है। यही नहीं वर्ष 2019 मे राजगढ मे भी जब उन्होंने श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया था उस समय भी श्रद्धालुओं की संख्या एक हजार का आंकड़ा भी नहीं छू पाई थी।
लेकिन उनकी सहजता एवं आत्मीय व्यवहार का हर कोई कायल था। बरमंडल से रूणवाल परिवार के अरुण सोनी,पवन सोनी आदि जब अंतिम दिन भागवत कथा के दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने बरमंडल पधारने का अनुरोध किया तो एक पारिवारिक सदस्य के भांति उन्होंने आमंत्रण का सहर्ष स्वीकार कर बरमंडल पधारे। रूणवाल परिवार के अरुण सोनी ने बताया कि इतने लंबे समय के बाद भी उन्होंने हमें परिवार के भाँति प्यार दुलार कर घर पर सभी सदस्यों से मुलाकात कर उनका हाल चाल पुछा। वही सभी को आर्शीवाद देकर सुखमय जीवन की कामना की ।

कोरोना काल मे मिली ख्याती:- कोरोना काल मे जहा पूरी दुनिया ठहर सी गई थी। घरों मे कैद जनता को मनोरंजन के लिये रामायण,महाभारत जैसे सीरियलो का पुनः प्रसारण आरंभ हुआ। वही इस दौरान पंडित प्रदीप मिश्रा के द्वारा भी श्रीमद भागतव कथा और शिव महापुराण कथा का वाचन कर श्रद्धालुओं के दिलो मे एक अलग मुकाम बना लिया गया।
मालवी भाषा मे सरल शब्दों मे जिस तरह उन्होने कथा का वाचन किया वह अधिकांश लोगो के दिलो को छु गया। आज आपकी ख्याति एक अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक की होकर कथा मे लाखों श्रद्धालुओं की उपस्थिति रहती है। इस दौरान आपने कई श्रद्धालुओं को नियमित समय पर मंदिर दर्शन पूजन और अभिषेक का क्रम आरंभ करवाकर उन्हें धर्म से जोड दिया।
कोटेश्वर मे पंच पुष्प शिव महापुराण के लिये लगा बड़ा पंडाल- आज भी क्षेत्र के कई श्रद्धालुओं को तो विश्वास ही नही हो पा रहा है कि कोटेश्वर मे पंच पुष्प शिव महापुराण कथा का वाचन वही सिहारे वाले पंडित जी कर रहे है जिन्होंने आज से 12 वर्ष पूर्व बरमंडल मे 4500 वर्ग फीट के एक छोटे से भूखंड पर श्रीमद् भागवत कथा का वाचन किया था ।
कोटेश्वर मे पंच पुष्प शिव महापुराण कथा के लिए 2 लाख स्क्वायर फीट पर कथा पंडाल लगाया गया है जो बरमंडल मे लगाये गये कथा पंडाल से 40 गुना बड़ा है।
कोटेश्वर मे होने वाली कथा मे जहा विशाल पांडाल लगा है तो श्रद्धालुओं के लिये हर सुविधा का ध्यान रखा गया है। पांडाल के भीतर गर्मी को देखते हुये 600 पंखे लगाये गये है वही डोम के दो खंभों के बीच एक बडी टीवी भी लगाई जा रही है ताकी श्रद्धालु कथा का सहजता के साथ श्रवण कर सके। वही करीब 2 हजार सेवादार श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये इस दौरान सेवा देगे।
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