सरदारपुर वन मंडल को मिली बड़ी सफलता : जंगली तोतो की तस्करी प्रकरण में अंर्तराज्यीय गिरोह को पकड़ा,फोटो एवं विडियों से किया जाता था अवैध व्यापार

Bakhtavar Express
Tue, Oct 14, 2025
सरदारपुर। सरदारपुर वन अमले ने पिछले दिनो मुखबिर की सूचना पर एन.एच. 47 इन्दौर-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर भोपावर चौकडी सरदारपुर में जप्त किए गए जंगली तोतो के प्रकरण में ताबडतोड कार्यवाही करते हुए 05 आरोपियों को अहमदाबाद एवं भोपाल से गिरफ्तार किया। उपवनमंडलाधिकारी सरदारपुर संतोष कुमार रनशौरे द्वारा आरोपियों से पुछताछ कर बयान दर्ज किए गए। स्टॉफ द्वारा आरोपियों को न्यायालय सरदारपुर में पेश किया गया जहां से सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
ज्ञातव्य है कि दिनांक 03.10.2025 को नाकाबंदी कर अहमदाबाद जा रही यात्री बस से एक पिंजरा जप्त किया जिसमें क्रूरतापूर्वक ठुस कर 135 तोते भरे हुए पाए गए थे। जिसमें से कुल 17 तोते मृत पाए गए थे। गिरफ्तार बस चालकों की निशानदेही से वनमंडलाधिकारी धार विजयंनथम टी. आर. के द्वारा तत्काल टीम गठित कर भोपाल भेजा गया एवं टीम द्वारा प्रभावी कार्यवाही करते हुए 02 तोते तस्करों अब्दुल सईद जहांगीराबाद एवं रसीद उर्फ सरवर पोपटलाल को वन विभाग भोपाल की मदद से गिरफ्तार किया गया। जिन्हे रिमांड पर लेकर पुछताछ की गई। दोनो आरोपियों ने बताया की विदिशा एवं रायसेन के आस-पास के जंगलो से गांव के लोग तोतों को पकडकर भोपाल टाकिज के आस-पास छोटे-छोटे पिंजरों में केद कर बेचने के लिए लाते है ओर जिन्हे भोपाल के उक्त दोनो आरोपी खरीद लेते थे एवं खरीदकर बडे व्यापारियों को स्थानीय स्तर व अन्य राज्यों में बेचते है। दूसरे राज्यों में लम्बी दूरी की यात्री बसों में गोपनीय डिक्कीयों में छुपाकर भेजा जाता है। भोपाल में जहांगीराबाद क्षेत्र में वन्यजीवों के अवैध व्यापार की भी जानकारी दी गई। तोते तस्करी के तार गुजरात राज्य के अहमदाबाद शहर से जुड रहे थे। पुनः टीम गठित कर दिनांक 09.10. 2025 को तोतो को खरीदने वाले व्यक्ति कल्पेश पिता रोशन भाई को गुजरात राज्य के वन विभाग, पुलिस विभाग व टाईगर स्ट्राईक फोर्स (एस.टी.एफ.), इन्दौर की मदद से सरखेज, अहमदाबाद सिटी से गिरफ्तार कर स्थानीय थाने में सूचना उपरांत वन परिक्षेत्र कार्यालय सरदारपुर लाकर पुछताछ की गई जिसमें चौकाने वाले खुलासे किए गए। अंर्तराज्यीय गिरोह के आरोपी एक दुसरे से मोबाईल एवं व्हाटसअप ग्रुप से जुडे हुए थे जिसमें फोटो एवं विडियों भेजकर तोतो का अवैध व्यापार किया जाता था एवं पैसों का लेनदेन भी यु.पी.आई. ट्रांजेक्शन से किया जाता था।
गुजरात के आरोपी द्वारा बताया गया की मिर्जापुर, दिल्ली चकला एवं मच्छी बाजार अहमदाबाद में व्यापक स्तर पर पालतु जानवरों के साथ साथ जंगली तोते एवं विदेशी पक्षी खुलेआम बेचे जाते है जिन्हे संभ्रात परिवार के लोग अपने घरों में पालते है ओर इन्हे खरीदकर खुले में आजाद करते है। गिरोह के लोग वाल्वो बसों और रेल के द्वारा विभिन्न राज्यों से वन्यजीवों की तस्करी करते है। भोपाल के एक आरोपी रसीद उर्फ सरवर पोपटलाल पूर्व में भी तोता तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया जा चुका है जिसकी जानकारी एस.टी.एफ., इन्दौर के अमले दिनेश अंजना एवं विश्वनाथ तिवारी द्वारा दी गई है। सभी आरोपियों को शिनाख्ती उपरांत न्यायालय सरदारपुर में प्रस्तुत किया गया था। दोनो टीमों में शामिल मनीषपालसिह राठोर, नानुराम अलावे एवं रफीक खान थे जिसका नेतृत्व वन परिक्षेत्राधिकारी सरदारपुर डॉ. शैलेन्द्र सोलंकी द्वारा किया गया। वन विभाग अमले सरदारपुर द्वारा त्वरीत कार्यवाही करते हुए मात्र 10 दिवस में अंर्तराज्यीय तस्करों का खुलासा किया गया। वन्यजीवों की तस्करी त्योहारों के समय बढ़ जाती है। इस कार्यवाही से एक बडे गिरोह का पर्दाफाश कर कई बेजुबान परिंदो और वन्यजीवो को नया जीवन मिला है। संपूर्ण कार्यवाही में डिप्टी रेंजर विक्रमसिह निनामा, जोगड़सिंह जमरा, अमनसिंह टेगोर, अनिल कटारे, रमेशचंद्र मेढा, मनीष पंवार, किशोर नागर, जुबेर खान व शंकर का विशेष सहयोग रहा।
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