: सपनों को लगेंगे पंख,किसान की बेटीया मलटीनेशनल कंपनियो मे करेंगी नौकरीया,सरदारपुर मे आईटीआई कालेज मे प्रदेश के 12 जिलों की 240 छात्राये विभिन्न ट्रेडों मे ले रही प्रशिक्षण,फरवरी मे होगा पहली बेंच का प्लेसमेंट,प्रदेश का पहला कॉलेज जहा पर एक साथ सैकड़ों छात्राओं ले रही प्रशिक्षण

Admin
Tue, Dec 31, 2024
सरदारपुर। आदिवासी बाहुल्य सरदारपुर तहसील के लिये गर्व की बात है की यहा पर संचालित हो रहा आईटीआई कॉलेज प्रदेश मे पहला ऐसा कॉलेज है जहां पर प्रदेश के 12 जिलों की 240 छात्राये आईटीआई का प्रशिक्षण प्राप्त कर रही है। तकनीकी शिक्षा विभाग , जनजातीय कार्य विभाग व पेन आई आई टी के संयुक्त तत्वाधान में गठित परम फाउंडेशन के माध्यम से कौशल कालेज सरदारपुर आईटीआई मैन्युफैक्चरिंग टेक्नीशियन के तहत पर मल्टीपल ट्रेड मे छात्राओ को प्रशिक्षण हो रहा है। इसी प्रकार झारखंड सरकार व पेन आई आई टी के संयुक्त तत्वाधान में झारखंड मे 42 गुरुकुल केंद्रों/कालेजो का संचालन किया जा रहा है जिसमे 9 हजार के करीब विद्यार्थी प्रशिक्षण ले रहे है। यही नही मप्र मे परम फाउंडेशन के द्वारा सरदारपुर मे पहला आईटीआई कालेज आरंभ किया हैै। साथ ही आने वाले दिनो मे झाबुआ जिले के रामा विकासखंड मे एएनएम/ नर्सिंग , बड़वानी के ठीकरी एवं सेंधवा ब्लाक एएनएम/ नर्सिंग कोर्स, उमरिया के मानपुर ब्लाक में एएनएम/ नर्सिंग व बैतूल के घोड़ाडोंगरी एएनएम$ नर्सिंग कालेज
में प्रवेश के लिए आवेदन शुरू हो चुके है ।
वैसे प्रदेश मे परम फाउंडेशन जल्द ही करीब 36 ऐसे आईं टी आई सरकारी कालेजो का संचालन करने लगेगा जिन्मे अभी नाम मात्र के विद्यार्थी है या फिर ये बंद पडे हुये है।


240 छात्राये विभीन्न टेªडो मे प्रशिक्षण ले रही
कालेज के डीन के.धनशेखर ने बताया की वर्तमान मे कालेज मे धार,अलीराजपुर,बालाघाट,मंडल,झाबुआ,उमरिया,शहडोल,रायसेन,बैतुल जैसे जिलो से 240 छात्राये विभीन्न टेªडो मे प्रशिक्षण ले रही है। अधिकांश छात्राय किसान परिवार से होकर गरीब और मध्यम वर्गीय परिवार की है।
कालेज मे प्रथम बैच फरवरी 2024 से आरंभ हुई थी जिसमे 120 छात्राये है वही दुसरी बैच अगस्त 2024 से आरंभ हुई है। पहली बेज का प्लेसमेंट फरवरी 2025 मे होगा जिसमे देश की विभीन्न मलटीनेशनल कंपनियां शामिल होकर इन्हे नौकरी देगी।
कालेज के डीन के.धन शेखर ने बताया की यह मप्र का पहला आईटीआई कालेज है जहा पर इतनी बडी संख्या मे एक साथ छात्राय प्रशिक्षण ले रही है। मीडिया टीम को कॉलेज का भ्रमण करवाते हुये कहा की हमारा उद्देश्य इन छात्राओ के सुनहरे भविष्य का निर्माण करना है। अनुशासन के साथ प्रशिक्षण ले रहे छात्राओ के बारे मे डीन ने बताया की यहा पर हर कार्य का समय तय है उसी के अनुरूप दैनिक क्रिया का संचालन होता है।

सीसीटीवी कैमरे और वाईफाई सुविधा से लेस पुरा कैंपस
डीन के.धनशेखर ने बताया की यहा पर इंजीनियरिंग ड्राइंग,वेल्डिग,एडवांस फेब्रिकेशन,फिटीग, थ्री डी प्रोटोपींग, इलेक्ट्रिक वर्कशाप जैसे कोर्स का संचालन हो रहा है। पुरे कैंपस 38 सीसीटीवी कैमरो से कवर्ड है। साथ ही 24 घंटे वाईफाई की सुविधा भी है। निरीक्षण के दौरान प्रशिक्षण ले रही छात्राओ के द्वारा थ्रीडी प्रोटोपींग के द्वारा बनाये गये माड बेहद सुदंर दिखाई दे रहे थे। जिसमे श्रीराम मंदिर ,भगवान बुद्ध एवं संसद भवन की प्रतिमा सहित कई प्रतिमाएं थी। वही आधुनिक मशीनों के माध्यम से किस प्रकार पीसी और मोबाइल के मदरबोर्ड बनाये जाते है उसका भी डेमो प्रशिक्षण ले रही छात्राओ ने दिया ।

वेस्ट मटेरियल से बनाये कुलर,वाटर प्युरीफायर
प्रशिक्षण ले रही छात्राओ ने वेस्ट मटेरियल से कुलर,वाटर प्यूरीफायर,स्ट्रीट लाइट,इमरजेंसी अलार्म,फायर अलार्म,वाटर लेवल इंडीगेटर जैसे वस्तुओं का निर्माण कर अपनी प्रतिभा का परिचय दिया है।
कालेज मे छात्राओ के अध्यन के लिये लाइब्रेरी है जिसमे 450 बुक अंग्रेजी एंव हिन्दी की है। साथ ही 120 टेबलेट है जिनके माध्यम से ये छात्राये अध्ययन करती है। वही कालेज मे 2 स्मार्ट क्लास भी है जिसमे इंटर एक्टिव बोर्ड से अध्ययन कराया जाता है।
कालेज मे ही छात्राओ के लिये 2 होस्टल है जहा पर उनके रहने खाने आदि की व्यवस्था रहती है।

फरवरी मे होगा पहली बेच का प्लेसमेंट
मोबिलाइजेशन एग्जीक्यूटिव दिव्या जायसवाल ने बताया की कॉलेज मे अभी दो बैच का संचालन हो रहा है। प्रथम बैच का प्लेसमेंट फरवरी 2025 मे होगा। नई बैच के लिये कौशल कॉलेज प्रवेश परीक्षा 12 जनवरी को आयोजित होगी इसके पश्चात भी आवेदन एवं प्रवेश परीक्षाएं आयोजित होगी। जिसके लिये मप्र के किसी भी जिले की बालिकाएं जो 10 वी पास है तथा जिनकी आयु 17.5 से 27 वर्ष के मध्य है। वे छात्राये इसमे भाग ले सकती है। दिव्या जायसवाल ने बताया की आवेदन ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनो तरीके से भरे जा सकते है। साथ ही एसटी/एससी/पिछडा वर्ग एंव सामान्य कोई सी भी श्रेणी की छात्राएं प्रवेश ले सकती है। गरीब और मध्यम वर्ग को इसमे प्राथमिकता रहती है। दिव्या जायसवाल ने बताया की सफल प्रशिक्षण के उपरांत रोजगार की पुरी गारंटी रहती है। शुरुआती वेतन 15 हजार से लेकर 22 हजार तक रहता है। कॉलेज में प्रशिक्षण के दौरान रहने खाने जैसी किसी भी सुविधा का घर से शुल्क नही लिया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान जो राशी खर्च होती है वह छात्राये अपनी नौकरी लगने के बाद अपनी सहूलियत के हिसाब से किस्तो मे अदा कर सकती है।
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