: महाशिवरात्रि पर्व पर विधी विधान के साथ मनंत्रोचारण के साथ अभिषेक किया
Sat, Feb 18, 2023
राजोद।महाशिवरात्रि आध्यात्मिक पथ पर चलने वाले साधकों के लिए बहुत महत्व रखती है। यह उनके लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है जो पारिवारिक परिस्थितियों में हैं और संसार की महत्वाकांक्षाओं में मग्न हैं। पारिवारिक परिस्थितियों में मग्न लोग महाशिवरात्रि को शिव के विवाह के उत्सव की तरह मनाते हैं। सांसारिक महत्वाकांक्षाओं में मग्न लोग महाशिवरात्रि को, शिव के द्वारा अपने शत्रुओं पर विजय पाने के दिवस के रूप में मनाते हैं। परंतु, साधकों के लिए, यह वह दिन है, जिस दिन वे कैलाश पर्वत के साथ एकात्म हो गए थे। वे एक पर्वत की भाँति स्थिर व निश्चल हो गए थे। यौगिक परंपरा में, शिव को किसी देवता की तरह नहीं पूजा जाता। उन्हें आदि गुरु माना जाता है, पहले गुरु, जिनसे ज्ञान उपजा। ध्यान की अनेक सहस्राब्दियों के पश्चात्, एक दिन वे पूर्ण रूप से स्थिर हो गए। वही दिन महाशिवरात्रि का था। उनके भीतर की सारी गतिविधियाँ शांत हुईं और वे पूरी तरह से स्थिर हुए, इसलिए साधक महाशिवरात्रि को स्थिरता की रात्रि के रूप में मनाते हैं महाशिवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व इसके पीछे की कथाओं को छोड़ दें, तो यौगिक परंपराओं में इस दिन का विशेष महत्व इसलिए भी है क्योंकि इसमें आध्यात्मिक साधक के लिए बहुत सी संभावनाएँ मौजूद होती हैं। आधुनिक विज्ञान अनेक चरणों से होते हुए, आज उस बिंदु पर आ गया है, जहाँ उन्होंने आपको प्रमाण दे दिया है कि आप जिसे भी जीवन के रूप में जानते हैं, पदार्थ और अस्तित्व के रूप में जानते हैं, जिसे आप ब्रह्माण्ड और तारामंडल के रूप में जानते हैंय वह सब केवल एक ऊर्जा है, जो स्वयं को लाखों-करोड़ों रूपों में प्रकट करती है। यह वैज्ञानिक तथ्य प्रत्येक योगी के लिए एक अनुभव से उपजा सत्य है। ‘योगी’ शब्द से तात्पर्य उस व्यक्ति से है, जिसने अस्तित्व की एकात्मकता को जान लिया है। जब मैं कहता हूँ, ‘योग’, तो मैं किसी विशेष अभ्यास या तंत्र की बात नहीं कर रहा। इस असीम विस्तार को तथा अस्तित्व में एकात्म भाव को जानने की सारी चाह, योग है। महाशिवारात्रि की रात, व्यक्ति को इसी का अनुभव पाने का अवसर देती है।आचार्य पीठ श्री लक्ष्मण किला की प्राचीन परंपरा है शिवरात्रि के दिन भूत भावन भगवान भोलेनाथ की अभिषेक वा पूजन की परम पूज्य श्री मैथिली रमन शरण जी महाराज श्री लक्ष्मणकिला धीस जी के कृपा पात्र शिष्य प्रिया प्रीतम शरण जी एवं श्री लक्ष्मणकिला के अधिकारी सूर्य प्रकाश शरण जी अभिषेक करते हुए।
: डाॅ भास्कर पाटीदार ने रशिया से प्राप्त की एमबीबीएस की डिग्री
Wed, Feb 15, 2023
सरदारपुर। समाजसेवी एवं राष्ट्रीय पाटीदार समाज संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ भगवान भाई पाटीदार के पौत्र एवं पत्रकार अनिल पाटीदार के पुत्र डाॅ भास्कर पाटीदार ने एमबीबीएस की परीक्षा उत्र्तीण की। डाॅ भास्कर पाटीदार सरदारपुर नगर के पहले व्यक्ति है जिन्होने विदेश से एमबीबीएस किया। रशिया से 6 वर्ष का एमबीबीएस कोर्स पुर्ण कर डिग्री प्राप्त करने के बाद उन्होंने दिल्ली मे एमसीआई द्वारा आयोजित परीक्षा भी उत्तीर्ण कर ली। अब एक वर्ष का इंटर्नशिप कोर्स करने के बाद वै शासकीय सेवा कर सकेगे। डाॅ.भास्कर पाटीदार की उपलब्धि पर मित्रों शुभचिंतकों ने बधाई दी।